एक दीप
दीपावली से प्रारंभ यह नव वर्ष हर-एक
दिन एक नया दिन ले आ रहा है !!
कुछ मिठी-पुरानी यादो को संग लिया आ रहा है !!
यह दीप अंधकार को हरकर रोशनी से जगमगाता
हुआ नव वर्ष ला रहा है !!
हम भी अपने मन के अंधकार को भली-भांति एक
दीप कि तरह हरकर और संग मिलकर एक दीप
उन सबके लिए प्रज्वलित करते हैं !!
जिन्होंने अपने देश को आजाद करने मे अपने
प्राणों का बलिदान कर दिया , जो हस्ते-हस्ते
फांसी पर चढ गए !!
हमारे देश के नौजवान-सिपाही , सुरक्षा-प्रहरी के
नाम पर जो हमारी सुरक्षा के लिए हमारे वतन कि
सीमा पर तैनात रहते है !!
हमारे देश के उन सभी महनीय कलाकारो के लिए
जिन्होंने देश के मान , सम्मान ,गौरव और ख्याति
को विश्व प्रसिद्ध किया !!
चलो एक मंगल दीप जलाए
रोशन घर का हर एक कोना हो जाए
सात रंगों से मिलकर
खुशियों की रंगोली सजाए
अंधकार हरकर
मन मे प्रेम का दीप जलाए
पोंछ कर आँसु उन उदास चेहरों का
जख्मों पर फिर मलहम लगाए
भुलकर सारे पुराने गिले शिकवे
मिलकर नव वर्ष मनाए
चलो फिर एक दीप खुशियों का जलाए !!
Deepanshu Samdani
दिन एक नया दिन ले आ रहा है !!
कुछ मिठी-पुरानी यादो को संग लिया आ रहा है !!
यह दीप अंधकार को हरकर रोशनी से जगमगाता
हुआ नव वर्ष ला रहा है !!
हम भी अपने मन के अंधकार को भली-भांति एक
दीप कि तरह हरकर और संग मिलकर एक दीप
उन सबके लिए प्रज्वलित करते हैं !!
जिन्होंने अपने देश को आजाद करने मे अपने
प्राणों का बलिदान कर दिया , जो हस्ते-हस्ते
फांसी पर चढ गए !!
हमारे देश के नौजवान-सिपाही , सुरक्षा-प्रहरी के
नाम पर जो हमारी सुरक्षा के लिए हमारे वतन कि
सीमा पर तैनात रहते है !!
हमारे देश के उन सभी महनीय कलाकारो के लिए
जिन्होंने देश के मान , सम्मान ,गौरव और ख्याति
को विश्व प्रसिद्ध किया !!
चलो एक मंगल दीप जलाए
रोशन घर का हर एक कोना हो जाए
सात रंगों से मिलकर
खुशियों की रंगोली सजाए
अंधकार हरकर
मन मे प्रेम का दीप जलाए
पोंछ कर आँसु उन उदास चेहरों का
जख्मों पर फिर मलहम लगाए
भुलकर सारे पुराने गिले शिकवे
मिलकर नव वर्ष मनाए
चलो फिर एक दीप खुशियों का जलाए !!
Deepanshu Samdani
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