तेरी तस्वीर
आँखो से जब हम मुस्कुराने लगे
तस्वीर देख कर तुम्हारी शर्माने लगे
छुप-छुप कर बात करते थे तुमसे
जब से ये सतरंगी रंग नजर आने लगे !!
रात के आलम मे ख्वाब आने लगे
नींद जब से हमारी तुम चुराने लगे
यादे जुड गई थी तुमसे
जब से तुम मुझसे रूबरू होने लगे !!
सदाओं से जब संदेश आने लगे
आहिस्ता-आहिस्ता एक दुजे के होने लगे
जब से उपवन मे फुल खिलने लगे
हम तुम्हारे और तुम हमारे होने लगे !!
तुम्हारी मोहब्बत मे फना होने लगे
हर पल तुम्हारी याद मे खोने लगे
नाम सुनते थे तुम्हारा जब भी
उदास लब भी मुस्कुराने लगते !!
प्यार मे तुम्हारे जब गुलजार होने लगे
शर्म से लाल-लाल होने लगे
लब पर जब लब सजाए तुमनें
हस्ती आँख से आँसु बहने लगे !!
छुप-छुप कर बात करते थे तुमसे
जब से ये सतरंगी रंग नजर आने लगे !!
रात के आलम मे ख्वाब आने लगे
नींद जब से हमारी तुम चुराने लगे
यादे जुड गई थी तुमसे
जब से तुम मुझसे रूबरू होने लगे !!
सदाओं से जब संदेश आने लगे
आहिस्ता-आहिस्ता एक दुजे के होने लगे
जब से उपवन मे फुल खिलने लगे
हम तुम्हारे और तुम हमारे होने लगे !!
तुम्हारी मोहब्बत मे फना होने लगे
हर पल तुम्हारी याद मे खोने लगे
नाम सुनते थे तुम्हारा जब भी
उदास लब भी मुस्कुराने लगते !!
प्यार मे तुम्हारे जब गुलजार होने लगे
शर्म से लाल-लाल होने लगे
लब पर जब लब सजाए तुमनें
हस्ती आँख से आँसु बहने लगे !!
Deepanshu Samdani
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deepanshusamdani.blogspot.com
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